निजीकरण को बताया अल कायदा से भी खतरनाक, केंद्र पर उद्धव ठाकरे गुट ने लगाए गंभीर आरोप

निजीकरण को बताया अल कायदा से भी खतरनाक, केंद्र पर उद्धव ठाकरे गुट ने लगाए गंभीर आरोप
मुंबई 

शिवसेना ने आरोप लगाया कि इस समय देश में अराजकता की स्थिति है। स्वायत्त सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। यह अल कायदा और तालिबान से भी ज्यादा खतरनाक है।

उद्धव बाला साहेब ठाकरे शिवसेना ने केंद्र की मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अपने मुखपत्र सामना में लिखे एक लेख में उद्धव गुट ने भाजपा को भ्रष्टाचार धुलाई मशीन बताया है और केंद्र सरकार पर अधिनायकवादी तरीके से शासन चलाने का आरोप लगाया। बता दें कि नौ विपक्षी पार्टियों के नेताओं, जिनमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी शामिल हैं,  ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में केंद्र सरकार पर केंद्रीय जांच एजेंसियों के विपक्षी नेताओं के खिलाफ गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया गया है।

एनसीपी मुखिया शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने भी इस पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। सामना के संपादकीय में लिखा गया है कि अब समय आ गया है कि भाजपा के भ्रष्टाचार धुलाई मशीन के खिलाफ खड़ा हुआ जाए और देश को बचाया जाए। विपक्षी नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जो पत्र लिखा गया है, उसमें सरकार के अधिनायकवाद पर प्रकाश डाला गया है। पत्र में लिखा गया है कि किस तरह से 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद से विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई बढ़ गई है। जिन नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते हैं, उनके भाजपा में शामिल होते ही उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती!

लेख में उद्धव बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना ने आरोप लगाया कि इस समय देश में अराजकता की स्थिति है। स्वायत्त सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। यह अल कायदा और तालिबान से भी ज्यादा खतरनाक है। चुनाव आयोग सरकार का समर्थन कर रहा है, यही वजह है कि सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति के लिए तीन सदस्यों वाली कमेटी बनाने के निर्देश दे दिए हैं। लेख के अनुसार, सत्ता में बने रहना और विपक्षी पार्टियों को प्रताड़ित करना, देश में लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।

हाल ही में राहुल गांधी ने लंदन की कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में केंद्र सरकार की आलोचना की, जिस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इस पर शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा कि अगर राहुल गांधी देश की बदनामी कर रहे हैं तो यह पूछा जाना चाहिए कि प्रधानमंत्री जब विदेशों में जाकर इंदिरा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, राजीव गांधी  की सरकार के फैसलों की आलोचना करते हैं तो क्या वह देश की बदनामी नहीं कर रहे थे?

शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा ने भ्रष्टाचार के जरिए हजारों करोड़ रुपए जमा कर लिए हैं और उन पैसों को अदाणी ग्रुप में निवेश कर दिया है। शिवसेना ने मौजूदा सरकार को सबसे ज्यादा भ्रष्ट सरकार बताया। शिवसेना ने बेंगलुरु में भाजपा विधायक के बेटे के पास से आठ करोड़ रुपए नकद मिलने का मामला उठाया और कहा कि अब सीबीआई और ईडी कहीं दिखाई नहीं दे रही हैं और ना ही पार्टी का काई नेता इस पर कुछ बोल रहा है।

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